हिन्ददेश की बोली हिंदी
हर जन को यह प्यारा है.…….!!
यह माँ के माथे का टीका
हम सब की यह शान है .…….!!
राष्ट्रभाषा हिंदी है हमारी
राष्ट्रीयता की पहचान है.…….!!
हिंदी है अस्मिता हमारी
हिंदी हमारा अभिमान है .…….!!
भारत की आवाज है ये
अवाम की आगाज है ये .…….!!
हिंदी है संस्कृति की धरोहर
गौरव है यह इतिहास का .…….!!
बढ़ रहा है साम्राज्य हिंदी का
बढ़ रहा है मान हिंदुस्तान का….!!
गर्वित हो हम हिंदी बोलते
विश्व में हम छा रहे ….…….!!
पूर्वजों ने सौपीं जो हिंदी
हम मान उसका बढ़ा रहे .…….!!
हिंदी की शब्दों की धारा
कल कल कर बहता रहे .…….!!
हिंदुस्तान की हिंदी भाषा
संसार में सदा गूंजता रहे .…….!!
Ranjana Verma
है जिसने हमको जन्म दिया,हम आज उसे क्या कहते है ,
ReplyDeleteक्या यही हमारा राष्र्ट वाद ,जिसका पथ दर्शन करते है
हे राष्ट्र स्वामिनी निराश्रिता,परिभाषा इसकी मत बदलो
हिन्दी है भारत माँ की भाषा ,हिंदी को हिंदी रहने दो ...
बहुत ही सुंदर सृजन ! बेहतरीन प्रस्तुति,
RECENT POST : बिखरे स्वर.
बिल्कुल सही.... बहुत सुंदर .. धन्यवाद !!
Deleteअमीन ... हिंदी पूरे विषय में गूंजती रहे अपनी प्रखर ऊंचाई बनी रहे ...
ReplyDeleteपर इसके लिए हम सभी हिंदी चाहने वालों को प्रयास करना होगा ... सतत प्रयास ...
बहुत अधिक प्रेरणा मिली हिन्दी को आपके 'हिन्दी-गीत' से।
ReplyDeleteआपका बहुत बहुत आभार !!
ReplyDeleteआपको हिंदी दिवस की बहुत बहुत बधाई !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर पंक्तियाँ हिंदी के बारे में.
ReplyDeleteबहुत खुबसूरत रचना ,सुन्दर प्रस्तुति !
ReplyDeletelatest post कानून और दंड
atest post गुरु वन्दना (रुबाइयाँ)
हिंदी गीत का सुन्दर सृजन .
ReplyDeleteआपका बहुत बहुत आभार !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाव |
ReplyDeletebahut sundar ................
ReplyDeleteआपका बहुत बहुत आभार !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...
ReplyDeleteसुन्दर रचना। आभार।।
ReplyDeleteनई कड़ियाँ : मकबूल फ़िदा हुसैन
राष्ट्रभाषा हिंदी : विचार और विमर्श
सुन्दर रचना। आभार।।
ReplyDeleteनई कड़ियाँ : मकबूल फ़िदा हुसैन
राष्ट्रभाषा हिंदी : विचार और विमर्श
aamin .....hindi ma ke maathe ki bindi ..bahut marmsparshi rachna ranjna jee ...
ReplyDeleteहिंदी है अस्मिता हमारी
ReplyDeleteहिंदी हमारा अभिमान है.....सुंदर रचना..
बहुत खूब लिखा है | मैंने आपका ब्लॉग फॉलो कर लिया है | आप भी पधारें |
ReplyDeleteमेरी नई रचना :- जख्मों का हिसाब (दर्द भरी हास्य कविता)
आपके ब्लॉग को ब्लॉग"दीप" में शामिल किया गया है | जरूर पधारें और फॉलो कर उत्साह बढ़ाएँ |
ReplyDeleteब्लॉग"दीप"
बहुत सुन्दर भाव | सुन्दर रचना..
ReplyDelete