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Sunday 15 September 2013

हिंदुस्तान की हिंदी भाषा संसार में सदा गूंजता रहे .…….!!

                                                                                                                             
         हिन्ददेश की  बोली हिंदी 
        हर जन को यह प्यारा है.…….!! 
      
        यह माँ के माथे का टीका 
        हम सब की यह शान है  .…….!! 
    
        राष्ट्रभाषा हिंदी है हमारी 
        राष्ट्रीयता की पहचान है.…….!!  

        हिंदी है अस्मिता हमारी   
        हिंदी हमारा अभिमान है .…….!!  

        भारत की आवाज है ये  
        अवाम की आगाज है ये  .…….!!  

        हिंदी है संस्कृति की धरोहर
        गौरव है यह इतिहास का .…….!!   

        बढ़ रहा है साम्राज्य हिंदी का 
        बढ़ रहा है मान हिंदुस्तान का….!!  

        गर्वित हो हम हिंदी बोलते 
        विश्व में हम छा रहे    .…….!!  
  
        पूर्वजों ने सौपीं  जो हिंदी 
        हम मान उसका बढ़ा रहे  .…….!!  

        हिंदी की शब्दों की धारा 
        कल कल कर बहता रहे   .…….!!  

        हिंदुस्तान की हिंदी भाषा      
        संसार में सदा गूंजता रहे .…….!!    

    
                                                                Ranjana Verma 

21 comments:

  1. है जिसने हमको जन्म दिया,हम आज उसे क्या कहते है ,
    क्या यही हमारा राष्र्ट वाद ,जिसका पथ दर्शन करते है
    हे राष्ट्र स्वामिनी निराश्रिता,परिभाषा इसकी मत बदलो
    हिन्दी है भारत माँ की भाषा ,हिंदी को हिंदी रहने दो ...

    बहुत ही सुंदर सृजन ! बेहतरीन प्रस्तुति,

    RECENT POST : बिखरे स्वर.

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    1. बिल्कुल सही.... बहुत सुंदर .. धन्यवाद !!

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  2. अमीन ... हिंदी पूरे विषय में गूंजती रहे अपनी प्रखर ऊंचाई बनी रहे ...
    पर इसके लिए हम सभी हिंदी चाहने वालों को प्रयास करना होगा ... सतत प्रयास ...

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  3. बहुत अधिक प्रेरणा मिली हिन्‍दी को आपके 'हिन्‍दी-गीत' से।

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  4. आपका बहुत बहुत आभार !!

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  5. आपको हिंदी दिवस की बहुत बहुत बधाई !!

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  6. बहुत सुन्दर पंक्तियाँ हिंदी के बारे में.

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  7. बहुत खुबसूरत रचना ,सुन्दर प्रस्तुति !
    latest post कानून और दंड
    atest post गुरु वन्दना (रुबाइयाँ)

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  8. हिंदी गीत का सुन्दर सृजन .

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  9. आपका बहुत बहुत आभार !!

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  10. आपका बहुत बहुत आभार !!

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  11. बहुत सुन्दर...

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  12. aamin .....hindi ma ke maathe ki bindi ..bahut marmsparshi rachna ranjna jee ...

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  13. हिंदी है अस्मिता हमारी
    हिंदी हमारा अभिमान है.....सुंदर रचना..

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  14. बहुत खूब लिखा है | मैंने आपका ब्लॉग फॉलो कर लिया है | आप भी पधारें |

    मेरी नई रचना :- जख्मों का हिसाब (दर्द भरी हास्य कविता)

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  15. आपके ब्लॉग को ब्लॉग"दीप" में शामिल किया गया है | जरूर पधारें और फॉलो कर उत्साह बढ़ाएँ |
    ब्लॉग"दीप"

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  16. बहुत सुन्दर भाव | सुन्दर रचना..

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