तुझे बड़े भाग्य से पाया मैंने
तुझे बड़े जतन से पाला मैंने
जीवन फूल खिलाया तुमने
तु मेरी कोमल छाया है
मेरा ही रूप पाया तुमने
जीवन तुम पर लुटाया मैंने
हर झंझावत से बचाया तुम्हें
घर आंगन महकाया तुमने
इंद्रधनुषी रंग विखराया तूने
हर को स्नेह की डोर में बांधा तुमने
जीवन में हर रंग उतारा तुमने
माँ पापा की जान है तू
भाई छलकाता हरक्षण प्यार
बड़े विलम्ब से प्राप्त सुंदर हीरे मोती हो
अथक परिश्रम से मिले अमृत पुनीत हो
दुआ है मेरी तू सदा स्वस्थ चिरंजीव रहना
विहंसते होंठ रहें तेरे तू सदा प्रसन्नचित रहना
रंजना वर्मा