बूँद बूँद बारिश के गिरते जितने
तेरे यादों में मेरी आंखों से अश्रु बहते उतने
इन बूदों को अपनी आंखों में भर लूँ
तेरे सपनों में जरा खो लूँ
बूँद बूँद !!
जरा ठहर ठहर
पिया आज आए घर
देख लूँ पहले नजर भर
आज ख़ुशी से नाच रहा
मेरा मन
मिलकर वन मयूर के संग
सावन के इस मौसम में
मैं तो भीग गई पिया के संग
बूंदों से तन मेरा रंग दे
मन मेरा रंग दे
रंग दे दिन और रात
तेरे प्यार के इस मौसम में
मैं तो रंग गई पिया के रंग !!!
Ranjana verma