तीन रंगों से बना हमारा झंड़ा |
आन बान शान है हमारी ||
ये हमारी गौरवशाली इतिहास का |
एक अनूठा प्रमाण है ||
प्राणों से भी प्रियॆ इस ध्वज को |
भारतवासी का प्रथम सलाम है ||
मरकर भी सीचेंगे लहू से |
फीका न हो कभी इसका रंग ||
देंगे इस पर जान हम अपनी |
सर भी हम कटवाएँगे ||
जो भी इसका अपमान करेगा |
उसे मौत की नींद हम सुलायेंगे ||
झंडा लेकर खाएं कसम हम |
रक्षा हमेशा इसकी शान का ||
झंडा लेकर चलना है हमें |
फूलों तो क्या काँटों पर भी शान से ||
तनिक न डिगे कदम हमारा |
हाथ में जब हो झंडा हमारा ||
हम गिरे उठे मरे जीये |
पर न कभी झुके ये झंडा हमारा ||
Ranjana Verma
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteनवीन शुभप्रभात
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की
हार्दिक शुभकामनायें
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
ReplyDeleteसादर
बहुत ही प्रभावशाली रचना, स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत ही सुन्दर और प्रभावशाली रचना....स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
ReplyDeleteअतिसुन्दर ,स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteखुबसूरत अभिवयक्ति...... आपको भी स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएँ....
ReplyDeleteसुन्दर रचना
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
स्वतंत्रता-दिवस की शुभ-कामनायें
ReplyDeleteसुंदर रचना
बहुत खूब सुंदर अभिव्यक्ति ,,
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,
RECENT POST: आज़ादी की वर्षगांठ.
झंडा ऊंचा रहे हमारा ...सुन्दर रचना है ...
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनायें ...
स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनायें.
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति!
अच्छा देशभक्ति भाव।
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteबहुत सुंदर
भावमय करते शब्द .... अनुपम प्रस्तुति
ReplyDeletecongrulation.
ReplyDeleteविजयी विश्व तिरंगा प्यारा ,
ReplyDeleteझंडा ऊँचा रहे हमारा .............बहुत ही गर्वित करती रचना |
“प्रेम ...प्रेम ...प्रेम बस प्रेम रह जाता हैं|”
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDelete♥ वंदे मातरम् ! ♥
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हम गिरें उठें मरें जीयें |
पर न कभी झुके ये झंडा हमारा ||
काश ! हमारे लीडर लोग भी यह सीख जाएं...
आदरणीया रंजना जी
सुंदर भाव लिये' सामयिक रचना के लिए हार्दिक बधाई !
...शुभकामनाओं सहित
-राजेन्द्र स्वर्णकार
बहुत बहुत धन्यवाद!!
Deleteदुआ कीजिये कि झंडा सदा बुलंद रहे .. सुन्दर रचना आपकी
ReplyDeleteआपकी कविता हृदय को छू गई! यह झंडा यूँ ही लहराता रहे!
ReplyDeleteसमस्त देशवासियों की तरफ़ से आपको मुबारकबाद;-))
सादर/सप्रेम
सारिका मुकेश