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Wednesday, 25 January 2017

हे मां !! ये जीवन तुम पर अर्पण !!





 
    हे मां !! ये जीवन तुम पर अर्पण !!
    ये तन तुम्हे समर्पण
    टूटे न कभी विश्वास तुझसे
    छुटे न कभी राष्ट्रध्वज हाथ से
    चुके न कभी ये तन तेरी सेवा से
     दे दू जान हँसकर तुम पर
     हे मां !! ये जीवन तुम पर अर्पण

     पूजा की थाली में लाई हूं
     तेरे लिए दीप सजा कर
     अपनी प्राणों की बाती जलाकर
     कर रही हर सांस -सांस तुझको अभिनंदन
     हे मां !! ये जीवन तुम पर अर्पण !!



                                                                             Ranjana Verma

6 comments:

  1. बहुत सुन्दर भाव से सज्जित देश प्रेम से समाहित रचना ... गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई ...

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  2. रंजना जी की देशप्रेम से ओत-प्रोत सुंदर कविता,

    मेरी नई रचना का लिंक :
    http://rakeshkirachanay.blogspot.in/

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