हम एक नयी दुनियाँ बसायेंगे
हम एक नयी आसमां बनायेंगे
जहां प्रेम के बीज बोयेंगे
जहां प्यार की बारिश होगी
जहाँ न होगी कोई चिरहरण
न होगी पट्टी बंधी कोई गंधारी ……!!
इस प्यार भरी दुनियां में
सपनों के फूल खिलेंगे
रिश्तों की खुशबू बिखरेगी
हर सीता बेटी महफूज यहां रहेगी
कोई दामिनी अब नहीं मरेगी
सब मिलजुल कर अब रहेंगे
नयी इतिहास हम फिर रचेंगे …!!न कोई चक्रव्यूह रचेगा
न कोई अभिमन्यू कभी मरेगा
न अर्जुन अपनों से युद्ध करेगा
न कोई कर्ण भाई के हाथों मरेगा
हार जीत कि इस पावन भूमि में
न विधवंस का पताका लहरायेगा……!!
इतिहास कि नयी इबारत
हम मिल कर फिर लिखेंगे
इस प्यार भरी प्यारी दुनियां में
हर ओर प्यार बिखरेगा
हर दिन होली और
हर दिन दीवाली होगी ……!!
Ranjana Verma
pata nahi us jaha me bhi mahilayen surakshit rah payengi..................sundar rachna .
ReplyDeleteकाश ये कभी सच हो!
ReplyDeleteआमीन !!!
ReplyDeleteयदि सब मिल के ये बीड़ा उठायें तो संभव है ये सब होना ... दिल में आस जरूरी है ...
ReplyDeleteभावमय रचना ...
बहुत ही सुंदर भाव ......
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर प्यारभरी दुनिया...
ReplyDeleteदुआ है ऐसा ही हो...
बहुत सुन्दर....
:-)
बहुत सुंदर रचना.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना। . काश ऐसे समाज का निर्माण हो पाता। .
ReplyDeleteजहाँ न होगी कोई चिरहरण
ReplyDeleteन होगी पट्टी बंधी कोई गंधारी
बहुत सार्थक और मौजूदा हालात के मद्देनजर बहुत ही सार्थक रचना
इतिहास कि नयी इबादत
ReplyDeleteहम मिल कर फिर लिखेंगे ------
सार्थक सोच की ईमानदार कोशिश
बहुत सुंदर रचना
बधाई ------
काश हर दिन होली दीवाली हो सके!
ReplyDeleteसपनों का शहर। ……बहुत सुन्दर |
ReplyDeleteexcellent expression with great emotions
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर
बहुत सुंदर सपना है ...
ReplyDeleteकाश! ये सपना सच हो...
~सादर
काश ये सच हो...
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ReplyDeleteजाने सपने सच होते भी हैं या नहीं
बहुत सुन्दर स्वप्न..काश यह सच हो जाए...
ReplyDeleteतथास्तु।
ReplyDeleteसुन्दर भाव, बधाई.
ReplyDeleteबहुत प्यारी सी आस ....अच्छी सोच से हम अपने आस पास की छोटी सी दुनिया तो महका ही सकते हैं ....!!भावप्रबल रचना ...!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर..बेहतरीन रचना...
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