आयी थी वह दुल्हन बन के
अपने सारे सपने को ले के
मन में उमंग और आँखों में आस लिए
मन में एक विश्वास लिए
सतरंगी सपने लेकर
आई वह साजन के घर
उसके सारे सपने
इस तरह टूट के बिखर जायेगें
इसका उसे भान न था
जिस अरमान को लेकर आयी
उसका कोई सम्मान न था
दहेज़ की बलि बेदी पर
सारे अरमान जल गए
रंग बिरंगी सपने उसके
राख राख हो गए-----
राख हुए सपने को लेकर
दहेज़ की चिता पर---
उसे जल जाना होगा
उसे मौत को गले लगाना होगा
जीने का अब नहीं बहाना होगा
.............लेकिन
उसने सुनी अपनी----
अंतरात्मा की आवाज
नहीं ...नहीं ...मुझे जीना होगा
इस जहाँ में मुझे रहना होगा
अपने सारे सपने को रंग देने होंगे
फिर से जिंदगी जीने होंगे
फिर से अपने पंख फ़ैलाने होंगे
फिर से चिडियां चहकेगी
फिर से कोयल कूकेगी
फिर से बहार छाएंगे
सावन की बूंदें भी बरसेगी
मेरे जले इस ह्रदय पटल पर
टपटप की आवाज से----
मधुर संगीत मुखरित होगी
मैं अपने सपने को पूरा करुँगी
अपने को दहेज़ की बलि बेदी पर
नहीं अरमान की चिता जलने दूंगी
जीना एक चुनौती है
.............मौत नहीं मैं .....
जीवन गले लगाऊंगी
अपनी राह खुद बनाऊंगी मैं
फिर से चलके दुनिया को दिखाऊँगी मैं
राह में और भी हमसफ़र मिलेंगे
मिल के नए सपने फिर सजाऊंगी मैं
Ranjana Verma
jeena hi hoga... aur aage badh kar jeetna bhi hoga...:)
ReplyDeletebehtareen!!
भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteआशा से पूर्ण और भावनात्मक ऊर्जा लिए हुए सुन्दर पंक्तियां
ReplyDeleteमन को छू लेने वाली भावपूर्ण रचना ....बधाई
ReplyDeleteहृदयस्पर्शी.भावपूर्ण रचना ..
ReplyDeleteबहुत उम्दा,सुंदर भावपूर्ण सृजन,,,
ReplyDeleteRECENT POST : अभी भी आशा है,
भावपूर्ण प्रस्तुति. बहुत सुन्दर रचना
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना
ReplyDeleteवाह... उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteयही आशा और उत्साह खुशियों का आधार है. बहुत सुन्दर.
ReplyDelete
ReplyDeleteबहुत भावपूर्ण रचना ।
आपकी यह रचना आज शुक्रवार (19-07-2013) को निर्झर टाइम्स पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया !!
Deleteजीवन गले लगाऊंगी
ReplyDeleteअपनी राह खुद बनाऊंगी मैं
फिर से चलके दुनिया को दिखाऊँगी मैं
राह में और भी हमसफ़र मिलेंगे
मिल के नए सपने फिर सजाऊंगी मैं
बहुत कोमल भावपूर्ण रचना.....
बेहद उम्दा.........हर काली रात के बाद एक उजला सवेरा है।
ReplyDeleteसंदेशप्रद रचना. अपने लिए खुद ही राह बनानी पड़ती है, जीत कर जीना होता है... बधाई.
ReplyDeleteयही हौसला होना होना चाहिए .... बढ़िया प्रस्तुति
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteबहुत सुंदर
मेरी कोशिश होती है कि टीवी की दुनिया की असल तस्वीर आपके सामने रहे। मेरे ब्लाग TV स्टेशन पर जरूर पढिए।
MEDIA : अब तो हद हो गई !
http://tvstationlive.blogspot.in/2013/07/media.html#comment-form
फिर से चलके दुनिया को दिखाऊँगी मैं
ReplyDeleteराह में और भी हमसफ़र मिलेंगे
मिल के नए सपने फिर सजाऊंगी मैं
..........भावपूर्ण रचना !!
बहुत सुंदर
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब पोस्ट
हार्दिक शुभकामनायें ..........
कल 21/07/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद!
बहुत बहुत आभार !!
Deleteवाह बहुत ही सार्थक प्रस्तुति । शुभकामनायें ।
ReplyDeleteउम्दा प्रस्तुति
ReplyDeleteमन को छूते है रचना के भाव ... दहेज एक महामारी है समाज की और इससे पार पाने के लिए ... समाज में ही आवाज़ उठानी होगी ...
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी लगी मुझे रचना........शुभकामनायें ।
ReplyDeleteराज चौहान
http://rajkumarchuhan.blogspot.in
फिर से कोयल कूकेगी
ReplyDeleteफिर से बहार छाएंगे
सावन की बूंदें भी बरसेगी
मेरे जले इस ह्रदय पटल पर
टपटप की आवाज से---------
जीवन की सकारात्मक सोच को व्यक्त करती
गजब की रचना
बहुत बहुत बधाई
बहुत भावपूर्ण रचना
ReplyDeleteफिर से कोयल कूकेगी
फिर से बहार छाएंगे
भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteयहाँ भी पधारे ,
हसरते नादानी में
http://sagarlamhe.blogspot.in/2013/07/blog-post.html
कोमल भावो की और मर्मस्पर्शी.. अभिवयक्ति ......
ReplyDeleteआगे बढ़ना ही होगा...सकारात्मक सोच लिए बहुत प्रेरक रचना...
ReplyDeleteइस बलिवेदी पे न जाने कितने कत्ल हर साल होते हैं...कविता में नारी की जिस जीवटता की प्रेरणा दी है वह बेहद आवश्यक है..सुंदर अभिव्यक्ति।।।
ReplyDeleteअपनी राह खुद बनाऊंगी मैं
ReplyDeleteफिर से चलके दुनिया को दिखाऊँगी मैं
राह में और भी हमसफ़र मिलेंगे
मिल के नए सपने फिर सजाऊंगी मैं......BAHUT SAHI ABHIWAYAKTI ..YE JAJWAT JARURI HAI ...JINE KE LIYE ..
प्रभावशाली ..बधाई !
ReplyDeleteउसने सुनी अपनी----
ReplyDeleteअंतरात्मा की आवाज
नहीं ...नहीं ...मुझे जीना होगा
इस जहाँ में मुझे रहना होगा
अपने सारे सपने को रंग देने होंगे
सुंदर भाव