तुम खूब पढ़ों तुम खूब बढ़ो
आगे सदा ही बढ़ते रहना
डरो न तुम कभी किसी से
रुके कभी न तेरी ये उडान
उज्जवल भविष्य हो तुम्हारा
इस जहान में रोशन नाम करो
तुम अपनी उड़ान भरो नभ में .........................
अपनी ख्वाहिशों की परवाज हो तुम
साकार करो अपने सपने
आये कितनी भी परेशानियाँ
अपनी उडान न रोको तुम
तुम अपनी उड़ान भरो नभ में ........................
जीवन में अभिमान न करना तुम
पर स्वाभिमान न खोना तुम
जीवन मूल्य खूब समझना तुम
याचना किसी से न करना तुम
दवाब में किसी के न आना तुम
तुम अपनी उड़ान भरो नभ में ...........................
अपने दिल में प्रेम प्यार की दीप
इसे सदा ही जलायें रखना
संस्कार आचरण परम्पराएँ
को सदा दिल में बसायें रखना
गलत न बर्दास्त करना तुम
तुम अपनी उड़ान भरो नभ में ............................
सागर सा गंभीर रहना तुम
अडिग रहना तुम हिमालय सा
हर बाधाओं को पार कर
सदा आगे ही बढ़ना तुम
तुम अपनी उड़ान भरो नभ में ...............................
रंजना वर्मा
जीवन में अभिमान न करना तुम
ReplyDeleteपर स्वाभिमान न खोना तुम
जीवन मूल्य खूब समझना तुम
याचना किसी से न करना तुम
दवाब में किसी के न आना तुम
तुम अपनी उड़ान भरो नभ में .-----jeevan jeeney ka sach sunder sarthak rachna
badhai
बहुत सुंदर.
ReplyDeletesundar ...manobal ko badhaati rachna ....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर बाल रचना
ReplyDeleteडैश बोर्ड पर पाता हूँ आपकी रचना, अनुशरण कर ब्लॉग को
अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को, अनुभव करे मेरी अनुभूति को
latest post बे-शरम दरिंदें !
latest post सजा कैसा हो ?
क्या बात है,बहुत सुंदर प्रेरक बाल रचना,,,
ReplyDeleteRECENT POST: गर्मी की छुट्टी जब आये,
आज की ब्लॉग बुलेटिन बिस्मिल का शेर - आजाद हिंद फौज - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteमेरे पोस्ट को ब्लॉग बुलेटिन में शामिल करने के लिए आपको बहुत बहुत शुक्रिया !
Deleteबहुत सुन्दर रचना.
ReplyDelete:) sundar !!
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